उपायुक्त ने पंचायत में हो रहे ग्राम सभा का जायजा लिया
यासिर अराफात ब्यूरो जागता झारखंड।
पाकुड़। प्राकृतिक संसाधनों के संवर्द्धन में निवेश को बढ़ाकर गांव के अति गरीब परिवारों हेतु आजीविका के स्थायी स्रोत का सृजन करने के उद्देश्य से मनरेगा अंतर्गत बिरसा हरित ग्राम योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है। साथ ही मनरेगा एवं राज्य योजना मद के अभिसरण से बिरसा सिंचाई कूप संवर्द्धन योजना के तहत पाकुड़ जिला को 3120 अदद बिरसा सिंचाई कूप का निर्माण आगामी दो वित्तीय वर्ष में सैचुरेशन मोड में किये जाने का निर्देश प्राप्त है।
उपायुक्त वरुण रंजन के निर्देशानुसार जिला ग्रामीण विकास अभिकरण पाकुड़ की ओर से बिरसा हरित ग्राम योजना एवं बिरसा सिंचाई कूप संवर्द्धन योजना के तहत लाभुकों का चयन हेतु जिले के सभी 128 पंचायत सचिवालय में सोमवार को विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया गया।इन दोनों योजनाओं के सफल संचालन तथा अधिक से अधिक संख्या में लाभुकों का चयन करने के निमित्त सोमवार को जिला के सभी ग्राम पंचायतों में विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन को लेकर उपायुक्त ने महेशपुर प्रखंड के तेलियापोखर, बन्नोग्राम, छक्कूधारा एवं रोलाग्राम पंचायतों में विशेष ग्राम सभा का जायजा लिया। इस ग्राम सभा में उपस्थित ग्रामीणों से उपायुक्त ने संवाद स्थापित कर योजनाओं से जुड़ने को लेकर ग्रामीणों को प्रेरित किया। उपायुक्त ने कहा कि स्वच्छ पर्यावरण के साथ-साथ आमदनी के स्त्रोत के रूप में यह योजना ग्रामीणों के लिए फायदेमंद साबित होगा। अधिक से अधिक योजना का चयन कर किसानों को लाभान्वित करने का निर्देश महेशपुर बीडीओ को दिया।
वहीं उप विकास आयुक्त मो० शाहिद अख्तर के द्वारा पाकुड़ प्रखंड के नरोत्तमपुर, कालीदासपुर पंचायत में विशेष ग्राम सभा का जायजा लिया। हिरणपुर प्रखंड के लिए अपर समाहर्ता मंजू रानी स्वांसी, महेशपुर प्रखंड के लिए अनुमंडल पदाधिकारी हरिवंश पंडित, लिट़्टीपाड़ा प्रखंड के लिए जिला परिवहन पदाधिकारी संतोष कुमार गर्ग, अमड़ापाड़ा प्रखंड के लिए जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ कमलेश्वर कुमार भारती को वरीय पदाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त की गई है। इस विशेष ग्राम सभा के दौरान बिरसा हरित ग्रामीण योजना एवं बिरसा सिंचाई कूप संवर्द्धन योजना के संबंध में जिला स्तरीय पदाधिकारी व प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी के द्वारा विस्तारपूर्वक जानकारी ग्रामीणों को दी गई। बताते चलें कि बिरसा हरित ग्राम योजना में लाभुकों को 5 वर्ष तक देखभाल करना पड़ता है। एक एकड़ जमीन पर योजना का प्राक्कलन 4.15 लाख लगभग है। जिसके तहत् 112 फलदार पौधा एवं 80 इमारती पौधारोपण किया जाना है। योजना संचालन में लाभुकों को सहयोग करने हेतु बागवानी सखी/मित्र को टैग किया जायेगा। योजना में इन्टरक्रापिंग करके भी लाभुक अच्छी खासी आमदनी कर सकता है।
इसी प्रकार बिरसा सिंचाई कूप संवर्द्धन योजना का निर्माण अभिसरण से होगा जिसकी प्राक्कलित राशि 3.95 लाख लगभग है। किसानों की आय दोगुनी करने हेतु बिरसा सिंचाई कूप संवर्द्धन योजना बहुत ही उपयोगी योजना है।